इस वीडियो में पंडित श्री काशीनाथ जी ने चारों युगों की आयु के बारे में वर्णन किया है, उन्होंने बताया है कि श्री महाभारत, श्री मनु संहिता, श्री सूर्य सिद्धांत एवं वायु पुराण के अनुसार तथा महापुरुष श्री परमयुतानंद जी के अनुसार चारों युगों की आयु बारह हजार वर्ष है, वायु पुराण के अनुसार कलयुग की आयु बहुत कम होगी और कलयुग 5120 वर्ष पूरे कर चुका है अर्थात कलयुग पूर्ण हो चूका है,अभी संगम युग चल रहा है ये भगवान और भक्त के मिलन का समय है। चारों युगों की आयु का विवरण इस प्रकार है, चार पाद धर्म विशिष्ट सतयुग की आयु 1200 वर्ष है, तीन पाद धर्म विशिष्ट त्रेता युग की आयु 2400 वर्ष है, दो पाद धर्म विशिष्ट त्रेता युग की आयु 3600 वर्ष है,और एक पाद धर्म विशिष्ट कलयुग की आयु 4800 वर्ष है। मनु स्मृति के युग गड़ना के अनुसार भी कल की आयु 4800 वर्ष बताई गई है अर्थात कलयुग का अंत हो गया है और अब ये धर्म संस्थापना का समय है, जिस व्यक्ति के पास धर्म होगा बस वो ही सतयुग में जा सकेगा।
#पंडित श्री काशीनाथ मिश्र भागवत, रामचरित मानस और पंचसखा मलिका के सर्वश्रेष्ठ विश्लेषक हैं। कल्कि अवतार कलियुग की सच्चाई और भगवान विष्णु के अवतार को कवर करने वाले दुनिया के अग्रणी चैनलों में से एक है। कृपया हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें और हमारे नए अपडेट के बारे में सूचनाएं प्राप्त करने के लिए घंटी आइकन दबाएं।
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