इस वीडियो में पंडित श्री काशीनाथ जी ने बताया है कि जब धरती पर पाप बढ़ जाता है तो प्रभु अवतार लेते हैं और जो धर्म का अनुसरण करते हैं उनकी रक्षा एवं अधर्मियों का विनाश करते हैं,अपने धर्म संथापना के उद्देश्य एवं भक्तों का आनन्द प्रदान करने के लिए भगवान कल्कि सुधर्मा महा महा संघ की स्थापना करेंगे और सुधर्मा महा महा संघ के माध्यम से सम्पूर्ण विश्व में भविष्य मालिका का प्रचार होगा.और जब भक्त मालिका को सुनेंगे तब उनके मन में भगवान के बारे में जानने की उत्कंठा होगी और भगवान् से मिलने के लिए बेचैन हो जायेंगे।जब भगवान धरा पर धर्म संस्थापना के लिए आते हैं तो उनके भक्त भी उनकी लीला में सहभागी बनने के लिए धरती पर आते हैं, ऐसे भक्त जहाँ-जहाँ पर जन्म लिए हैं उन-उन जगहों पर भक्त मंडली बनेगी जिसे कल्कि मंडली भी कहा जायेगा।भविष्य मालिका के अनुसार पूरे विश्व में भगवान कल्कि सोलह मंडल का गठन करेंगे जो सुधर्मा महा महा संघ के अधीनस्थ होगा।इन सोलह मण्डल के बारे में महापुरुष अच्युतानंद जी ने भविष्य मालिका में वर्णन किया है, कि प्रथम मण्डल माता सरला का क्षेत्र है जो कि भुवनेश्वर से साठ किलोमीटर दूर है.जिसका नाम माता सरला मण्डल होगा एवं द्वितीय मण्डल माँ भगवती का क्षेत्र होगा जो कि भुवनेश्वर से 80 किलोमीटर दूर है,जिसका नाम माँ भगवती मण्डल होगा।तृतीय मण्डल बिरजा क्षेत्र होगा जो की भगवान कल्कि का अवतरण क्षेत्र भी है एवं चतुर्थ मण्डल माँ दक्षिणेश्वर काली का निवास स्थान होगा जो कि पश्चिम बंगाल में है,जिसका नाम माँ कालिका मण्डल होगा। पंचम मण्डल काशी क्षेत्र होगा जो की उत्तर प्रदेश में है,जिसका नाम काशी मण्डल होगा। षष्टः मण्डल वृन्दावन होगा जो की उत्तर प्रदेश में है।
#पंडित श्री काशीनाथ मिश्र भागवत, रामचरित मानस और पंचसखा मलिका के सर्वश्रेष्ठ विश्लेषक हैं। कल्कि अवतार कलियुग की सच्चाई और भगवान विष्णु के अवतार को कवर करने वाले दुनिया के अग्रणी चैनलों में से एक है। कृपया हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें और हमारे नए अपडेट के बारे में सूचनाएं प्राप्त करने के लिए घंटी आइकन दबाएं।
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