अनंत युग क्या है-
हिमालय क्षेत्र और दुनिया के अन्य हिस्सों में बड़े भूकंप के बाद तीन बार पृथ्वी हिलेगी। परिणाम स्वरूप दुनिया में बड़े आश्चर्यजनक परिवर्तन होंगे और उत्तरी ध्रुव, दक्षिणी ध्रुव पर जाएगा। परिणामस्वरूप सूर्य भी अपनी दिशा बदलेगा और पश्चिम से उदय होगा।
सूर्य गर्मियों में गर्म नहीं होगा और आसानी से गर्मी सहन होगी। चंद्रमा का प्रकाश अधिक उज्ज्वल और जीवंत होगा। क्योंकि भगवान कल्किराम 7 दिन के अंधकार के बाद अपने निर्धारित स्थान पर सूर्य और चंद्रमा की स्थापना करेंगे। आज अत्यधिक गर्मी के कारण बहुत से लोग बीमार हो रहे हैं और सूर्य की गर्मी सहन करने योग्य नहीं है। गर्मी के कारण पानी की भी कमी हो रही है। परिणाम स्वरूप कृषि फसलों में नुकसान हो रहा है। लेकिन नए अनंत युग में सूर्य का प्रकाश बहुत सुखद और शीतल रहेगा।
ग्रीष्मकाल में एयर कंडीशनिंग और पंखे की आवश्यकता नहीं होगी क्योंकि पृथ्वी, प्रकृति और पांच तत्वों का संतुलन रहेगा। जैसा कि अभी हमें चीजों को देखने के लिए रात के समय बिजली की आवश्यकता होती है लेकिन अनन्त युग में कोई बिजली नहीं होगी।
चंद्रमा की रौशनी बहुत उज्ज्वल और जीवंत होगी। प्रकाश आसानी से सहन करने योग्य होगा और कोई भी बिजली को याद नहीं करेगा। जैसा कि अभी हम दिन में काम करते है लेकिन अनन्त युग में यदि आवश्यकता हो तो हम आसानी से रात में काम कर सकते हैं। स्ट्रीट लाइट की कोई आवश्यकता नहीं होगी।
समुद्र का पानी मीठा हो जाएगा और पीने के काम आएगा। यह सब सतयुग की शक्ति से होगा और कोई प्रदूषण नहीं होगा। कृषि अपने उच्चतम स्तर पर होगी और अच्छा चावल तथा गेहूं एक महीने में पूरी तरीके से उगाया जाएगा।
लोगों की सुविधा के लिए अत्यधिक बारिश नहीं होगी और बाढ़ भी नहीं होगी और लोगों के आराम के लिए केवल रात में बारिश होगी ताकि वे दिन में काम कर सके और कहीं भी बिना किसी व्यवधान के जा सके। सभी कार्य सुचारू रूप से होंगे क्योंकि दिन में बारिश न होने के कारण कोई असुविधा या ठहराव नहीं होगा।
अनंत युग में न तो कोई रोग होगा और नहीं किसी घातक रोग से किसी की मृत्यु होगी। ना ही कोई गरीब होगा, न ही भूख का सामना करना पड़ेगा और रुपया, डॉलर, या यूरो के नोट का चलना बंद होगा।
व्यापार के लिए सोने और चांदी के सिक्कों का उपयोग होगा। सभी भक्तों और समाज के लोगों को समान अधिकार और जीवन यापन होगा। सभी के पास सुखी रहने के लिए सभी सुविधाएं और खुशियां होंगी। समाज और परिवार में शांति रहेगी और सभी लोग सुखी रहेंगे। लोगों की खाने की आदतों में बड़ा बदलाव आएगा, क्योंकि लोग ताजा और सात्विक खाना खाएंगे और इस तरह से रामराज्य की स्थापना होगी।
जय श्री सत्य अनंत माधव महाप्रभु कल्किराम