इस वीडियो में पंडित श्री काशीनाथ जी ने भगवान कल्कि के अवतरण के उद्देश्य का वर्णन किया है ,श्री जगन्नाथदास जी ने उडिया भागवत में भगवान कल्कि के जन्म के बारे में वर्णन करते हुए लिखा है कि भगवान कल्कि अपनी योग निद्रा को त्याग करके,अपने एक अनन्य भक्त यज्ञ उपासना करने वाले ब्राह्मण परिवार में जन्म लेंगे, भगवान कल्कि कोई दिव्य शरीर धारण नहीं करेंगे वो एक साधारण मनुष्य की तरह माता के गर्भ से जन्म लेंगे, भगवान कल्कि १२ महीने तक गर्भ में रहेंगे तथा उसके बाद उनका धरावतरण होगा तथा अपने माता-पिता के संरक्षण में अपनी बाल्यावस्था की लीला करेंगे, श्री कृष्ण अवतार में भगवान के पिता श्री वासुदेव जी ही भगवान कल्कि के पिता होंगे जो की इस जन्म में श्री विष्णु भगवान का यशोगान करने वाले एक ब्राह्मण होंगे और उन्ही के घर में भगवान कल्कि का अवतरण होगा, कलयुग के अधर्म को देखकर जब संसार में पुत्र अपने पिता की नहीं मानेगा,स्त्री अपने स्वामी को नहीं मानेगी,भाई एवं बहन के बीच पवित्र संबंध खत्म हो जायेगा,शिष्य अपने गुरु को नहीं मानेगा एवं सभी लोग काम-वासना में ही जीवन को व्यतीत करेंगे और हर तरफ रोग और महामारी का तांडव होगा, पृथ्वी पर बार-बार भूकम्प एवं चक्रवात आयेंगे,तब भगवान कल्कि कलयुग के इस अधर्म के साम्राज्य के विनाश के लिए इस धरा पर अवतरण लेंगे, आज सम्पूर्ण विश्व में ऐसी ही परिस्थिति है जो यह संकेत है की प्रभु का धरावतरण हो चुका है,महापुरुष अच्युतानंद जी कहते है हे मानव यह मालिका ब्रह्म वाणी है, निराकार की वाणी है यह कभी असत्य नही होगी।
#पंडित श्री काशीनाथ मिश्र भागवत, रामचरित मानस और पंचसखा मलिका के सर्वश्रेष्ठ विश्लेषक हैं। कल्कि अवतार कलियुग की सच्चाई और भगवान विष्णु के अवतार को कवर करने वाले दुनिया के अग्रणी चैनलों में से एक है। कृपया हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें और हमारे नए अपडेट के बारे में सूचनाएं प्राप्त करने के लिए घंटी आइकन दबाएं।
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