श्रीमद्भागवत गीता में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन से कहा है – “यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं…
कलियुग की चतुर्युग गणना के अनुसार 4,32,000 वर्ष भोग होना चाहिए। परंतु मनुष्य कृत पाप कर्मों की कारण, कलि युग…
ब्रह्माण्ड तत्व के अनुसार संसार में क्रमशः चार युग का भोग होता है। उन चार युगों के नाम हैं- सतयुग,…
सत, त्रेता, द्वापर और कलियुग, इन चार युगों में भगवान के पंचसखा इस धरती पर जन्म लेते हैं। युग के…
युग चक्र के अनुसार पहला सतयुग, दूसरा त्रेतायुग, तीसरा द्वापरयुग और आखिर में कलियुग का आगमन होता है। वर्तमान समय…
कलियुग का अंत हो चुका है। शास्त्रीय धारा एवं मनुस्मृति के आधार पर विशेष रूप से चार युग ही होते…
महापुरुष अच्युतानंद दास जी के द्वारा लिखी मालिका की कुछ दुर्लभ पंक्तियाँ व तथ्य- “शेष कली लीला भाव बुझाई…
महापुरुष श्री अच्युतानंद दास जी द्वारा रचित भविष्य मालिका की दुर्लभ पंक्तियाँ एवं तथ्य- “भूमिकम्पे प्रकम्पित होईबे धरणी, पहाड़…
आइये जानते हैं भविष्य मालिका को प्रमाणित करते शास्त्रों के प्रमाण- “जथा चंद्र तथा तिस्य ब्रहस्पतिस्य बृहस्पति एक रासो मनुष्यन्तितदा…
महापुरुष श्री अच्युतानंद दास जी के द्वारा भविष्य मालिका में लिखी एक दुर्लभ पंक्ति- “मर मर कही सर बीमरिबे…