महापुरुष श्री अच्युतानंद दास जी के द्वारा लिखी मालिका की दुर्लभ पंक्तियाँ व तथ्य-
“तुरुकी धाईं आसीब भारतरे हाँड़,
काट काइफूलो जाइफूलो,
गुली गोला तुंही बरसिबो।”
अर्थात –
विश्वयुद्ध में तुर्की के द्वारा पाकिस्तान को पूर्ण समर्थन प्राप्त होगा। तुर्की और पाकिस्तान के साथ ग्यारह मुस्लिम देश चीन के साथ मिलकर भारत पर आक्रमण करेंगे। देखते ही देखते यह युद्ध महायुद्ध में परिवर्तित हो जाएगा।
भारत के लिए यह एक कठिन समय सिद्ध होगा, परंतु इस कठिन समय में भारत अकेला नहीं होगा। इस युद्ध में रशिया, जर्मनी, फ्रांस और जापान जैसे शक्तिशाली राष्ट्र भारत का साथ देंगे।
युद्ध में भारत के दुश्मन देशों की सेनाओं को बहुत हानि होगी, जिसकी भरपाई करना उनके लिए संभव नहीं हो पायेगा। इस प्रकार इस विध्वंसक युद्ध के पश्चात धर्म संस्थापना का कार्य और आगे बढ़ेगा, व दुनिया एक नए युग की और अग्रसर होगी। यह सभी परिवर्तन आने वाले समय में हम देख पाएंगे।